About Tapioca in hindi:
दोस्तों आज हम आपको ना तो किसी हर्ब और ना ही किसी स्पाइस के बारे में बात करने वाले हैं। अतः आज हम आपको एक ऐसी बेहतरीन चीज से परिचित कराएंगे जिसके विषय में अमूमन लोग नहीं जानते हैं लेकिन इसके उत्पादों का उपयोग अवश्य करते हैं। जी हाँ दोस्तों हम बात कर रहे हैं टैपिओका (Tapioca) की जिसको कसाव (cassava) के नाम से भी जाना जाता है।
टैपिओका क्या है और किसमें उपयोग किया जाता है यह तो हम आगे देखेंगे लेकिन आपको बता दें कि टैपिओका कई ऐसे पोषक तत्वों से भरपूर है जिसके उपयोग से अनेक तरह के रोगों से शरीर को बचाया जा सकता है। इसलिए आज हम आपको टैपिओका की ऐसी जानकारी से रूबरू करवाने जा रहे हैं जिनसे यकीनन आप अभी तक परिचित नहीं होंगे। तो दोस्तों टैपिओका की समस्त जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को अंत तक पड़ते रहिए।
टैपिओका क्या है | What is Tapioca in Hindi
टैपिओका कसावा (cassava) पेड़ की जड़ों से व अन्य अफ्रीकी देशों मे सैगो पाम नामक पेड़ के तने के गूदे से बनता है। कसावा का स्वरुप एकदम शकरकंद (Sweet potato) की तरह होता जिसके अंदर का रंग सफेद होता है। इसके अंदर के गूदे के पाउडर को स्टार्च या टैपिओका (Tapioca) कहा जाता है। अतः टैपिओका एक तरह का स्टार्च है जिसे कसावा नामक पेड़ की जड़ से तैयार किया जाता है। पहले इस जड़ के गूदे से पाउडर बनाया जाता है फिर उस पाउडर से कई अलग-अलग तरह की चीजें तैयार की जाती हैं जिसमें से एक साबूदाना भी है।
टैपिओका की तासीर ठंडी होती है जो वात-पित्त और एसिडिटी वाले रोगियों के लिए फायदेमंद होती है।
कैसा होता है टैपिओका का पौधा | How did Tapioca plant look like
कसावा (cassava)ताड़ की तरह का एक पेड़ होता है। यह मूलरूप से दक्षिण अमेरिका का पौधा है जिसका वानस्पतिक नाम Manihot Esculenta है। इसे Manioc के नाम से भी जाना जाता है। कसावा से निकलने वाला टैपिओका एक शुद्ध carbohydrates का स्तोत्र होता है जिसको पूरी दुनिया में उपयोग किया जाता है।
टैपिओका का उत्पादन | Where did Tapioca found
टैपिओका का उत्पादन दुनियाभर में किया जाता है लेकिन यदि इसके उच्च उत्पादन की बात की जाये तो ब्राज़ील, अमेरिका, थाईलैंड एवं मलेशिया में किया जाता है। इसके आलावा भारत में तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश में टैपिओका का उपयोग किया जाता है।टैपिओका के विभिन्न रूप | Various forms of Tapioca in Hindi
टैपिओका का उपयोग विभिन्न उत्पादों के निर्माण में कई प्रकार से किया जाता है। तो आइये टैपिओका के विभिन्न रुपों के बारे में जानते हैं।
1. टैपिओका पाउडर | Tapioca Powder
कसावा के कंद से टैपिओका पाउडर तैयार किया जाता है जिसको टैपिओका स्टार्च कहा जाता है। इसका रंग सफेद होता है एवं यह अरारोट या मैदा की भांति एकदम महीन और चिकना होता है।
2. टैपिओका बॉल्स | Tapioca balls
कसावा के पाउडर से बहुत छोटी छोटी गोलियां बनाई जाती है जो स्वाद रहित होती हैं और मुहँ में रखते ही घुलने लगती है इस तरह की बॉल्स का उपयोग फार्मास्युटिकल में किया जाता है।3. टैपिओका पर्ल्स या साबूदाना | Tapioca Pearls
टैपिओका का उपयोग साबूदाना के रूप में भी किया जाता है। कसावा के स्टार्च को कई दिनों तक गला कर घोल तैयार किया जाता है उस घोल से मशीन के द्वारा टैपिओका पर्ल या साबूदाने को बनाया जाता है। इसका आकार गोल और रंग सफेद होता है जो दिखने में मोती (Pearl) की तरह होते हैं इसलिए इन्हे टैपिओका पर्ल के नाम से जाना जाता है। साबूदाने का उपयोग अधिकतर घरों में खिचड़ी और खीर बनाने के लिए किया जाता है।
4. टैपिओका चिप्स | Tapioca Chips
कसावा (cassava) की रूट जो दिखने में शकरकंद की भांति होती है उस जड़ को साफ कर और छील कर उससे चिप्स तैयार किये जाते हैं। ये चिप्स खाने में काफी स्वादिष्ट लगते हैं।इसके आलावा टैपिओका का उपयोग Tapioca sticks एवं Tapioca flakes के रूप में भी काफी किया जाता है।
टैपिओका में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व | Nutrients of Tapioca in Hindi
आपने अभी तक केवल खाद्य पदार्थ के रूप में ही टैपिओका का सेवन किया होगा लेकिन कभी ये जानने की कोशिश नहीं की होगी कि इसमें कौन कौनसे पौष्टिक पोषक तत्व पाए जाते हैं। तो दोस्तों बता दें की टैपिओका में कार्बोहाइड्रेट, कैलोरी, कॉपर, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैगनीज, फोलिक एसिड, फोलेट, ज़िंक, सेलेनियम, ओमेगा 3 फैटी एसिड, फॉस्फोरस, विटामिन बी-12, नियासिन, थाइमिन, पैंटोथैनिक एसिड, विटामिन-बी 6 और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं।
टैपिओका से होने वाले फायदे | Benefits of Tapioca in Hindi
1. शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाता है
शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं सबसे प्रमुख होती हैं क्यूंकि इन्हीं कोशिकाओं के द्वारा मानव शरीर में खून का निर्माण होता है। जब शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं कम हो जाती हैं तो मनुष्य का रक्त कम हो जाता है जिसकी वजह से अनेक बीमारियों का सामना मनुष्य को करना पड़ता है। खून का स्तर बढ़ाने के लिए आप टैपिओका का इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि इसमें कॉपर, जिंक, आयरन व विटामिन बी 12 पाया जाता जो लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
2. कोलेस्ट्रॉल को करता है नियंत्रित
बड़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए बेहद दुखदाई होता है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को कोलेस्ट्रॉल पर कंट्रोल जरुर करना चाहिए।अक्सर लोग दैनिक जीवन शैली में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं जिनमें कोलेस्ट्रॉल अधिक पाया जाता है एवं यही कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का मुख्या कारण होता। जो लोग बड़े हुए कोलेस्ट्रॉल से परेशान हैं उनके लिए टैपिओका बेहद लाभकारी होता है। टैपिओका में कोलेस्ट्रॉल बहुत ही कम मात्रा में पाया जाता है इसके आलावा टैपिओका में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है जिसकी मदद से कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
3. वजन को तेजी से बढ़ाता है
फिट रहने के लिए संतुलित वजन होना चाहिए क्यूंकि फिट उसी व्यक्ति को कहा जाता है जिसका वजन ना तो अधिक कम हो और ना ही बहुत अधिक हो अर्थात व्यक्ति की हाइट के मुताबिक ही वजन को होना चाहिए। बता दें कि बड़ा हुआ वजन ही रोगों की जड़ नहीं बनता है बल्कि कम वजन भी अनेक रोगों की जड़ होता है। इसलिए दुनियाभर में लोग मोटापा और दुबलेपन की समस्या से जूझ रहे हैं। वजन बढ़ाने के इक्छुक लोगों के लिए टैपिओका किसी ओषधि से कम नहीं है क्यूंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं जो वजन को बढ़ाने में मददगार होते हैं।
4. शुगर के स्तर को बनाता है सामान्य
मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए बड़ी हुई शुगर को नियंत्रित करना किसी चुनौती से कम नहीं होता है। बड़ी हुई शुगर मधुमेह रोगी के लिए बहुत ही घातक होती है। इसलिए शुगर को सामान्य व कंट्रोल में करने के लिए लोगों द्वारा कई प्रयास भी किये जाते हैं लेकिन गलत खान पान की वजह से शुगर को कम करना मुश्किल हो जाता है। अब यूं तो कुछ फल और सब्जियां ऐसी होती हैं जिनमें शुगर की मात्रा अधिक पाई जाती है लेकिन बता दें टैपिओका में शुगर की मात्रा बेहद कम होती है। इसके साथ ही इसमें फाइबर अधिक पाया जाता है जो मधुमेह को नियंत्रित करता है।5. सिरदर्द में दिलाता है राहत
सामान्य सिरदर्द वस्तुतः सभी व्यक्तिओं को होता है लेकिन यही सिरदर्द यदि प्रतिदिन होता है तो ऐसा सिर में होना वाला दर्द शरीर और मस्तिष्क के लिए घातक होता है। अक्सर हम सिरदर्द को कम करने के लिए दर्द निवारक दवाओं का सहारा लेते हैं जिसकी वजह से कुछ समय के लिए तो हमें इस समस्या से राहत मिल जाती है लेकिन दवाओं का असर खत्म होने के उपरांत फिर से सिरदर्द होने लगता है। सिरदर्द को कम करने में फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम प्रमुख तत्व होते हैं। अतः सिरदर्द को कम करने के लिए आप टैपिओका का इस्तेमाल कर सकते हैं क्यूंकि इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम पाया जाता है जो सिरदर्द को आसानी से कम करने में मदद करता है।
6. विटामिन बी-12 की मदद से शरीर को बनाता है स्वस्थ
शरीर में अनेक तरह की कोशिकाएं होती हैं एवं प्रत्येक कोशिका में कई डीएनए होते हैं जो कि मानव के शारीरक व मानसिक विकास के आलावा प्रजनन में सहायता करते हैं। अतः नई कोशिकाओं के निर्माण के लिए डीएनए की जरूरत होती है जो हमें विटामिन बी 12 से प्राप्त होता है। कोशिकाओं का निर्माण जब सही तरीके से नहीं होता है तो व्यक्ति को कई तरह के शारीरिक और मानसिक रोगों का सामना करना पड़ता है।
विटामिन बी-12 की मदद से आप कोशिकाओं को तो बेहतर बना ही सकते हैं इसके आलावा हार्ट फैल होना, नजर का कमजोर होना, एनीमिया रोग होना, याददास्त कमजोर होना, शरीर की नस नाड़ी का कमजोर होना आदि रोगों से भी बच सकते हैं। इन सभी रोगों से बचाने में टैपिओका बेहद ही लाभकारी होता है क्यूंकि इसमें विटामिन बी 12 भरपूर मात्रा में पाया पाया जाता है जिसकी मदद से ये शरीर के कई रोगों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
7. कार्बोहाइड्रेट बनाता है शरीर को तंदुरस्त
कार्बोहाइड्रेट अन्य गुणकारी तत्वों में से एक होता है इसलिए इसको स्वस्थ शरीर बनाने का परिचायक माना जाता है। कार्बोहाइड्रेट शरीर को ऊर्जा प्रदान तो करता ही है साथ ही शरीर को कई रोगों से बचाकर तंदुरुस्त भी बनाता है। इसे अतिरिक्त कार्बोहाइड्रेट शरीर में मौजूद हानिकारक कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल में करके ह्रदय से सम्बंधित रोगों को कम करता है और गर्भवती महिलाओं को भी स्वस्थ बनने में मदद करता है। अतः ह्रदय से सम्बंधित रोगियों के लिए व गर्भवती महिलाओं के लिए टैपिओका बेहद फायदेमंद होता है।
8. बालों के लिए है लाभकारी
काले लम्बे घने बाल प्रायः सभी को पसंद होते हैं लेकिन जब हमारे शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी हो जाती है तो बाल स्वतः ही पतले, रूखे, सफेद और बेजान हो जाते हैं। इसलिए बालों को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक मात्रा में शरीर को विटामिन्स और मिनल्स का मिलना बेहद जरुरी होता है। बालों को स्वस्थ बनाने में प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, ओमेगा 3 एसिड, विटामिन बी-12, विटामिन ए की जरुरत पड़ती है इन्हीं तत्वों की मदद से बाल मजबूत बनते हैं। टैपिओका एक ऐसा स्टार्च है जिसमें यह सभी तत्व पाए जाते हैं। अतः इनकी सहायता से बाल लम्बे समय तक काले, घने, मुलायम व खूबसूरत बने रहते हैं।
9. त्वचा को चमकाने में है फायदेमंद
त्वचा को चमकाने और खूबसूरत बनाने के लिए बाज़ार में कई तरह के प्रोडक्ट उपलब्ध हैं जो दावा करते हैं कि प्रोडक्ट के इस्तेमाल से त्वचा खूबसूरत और ग्लोइंग बन जाएगी लेकिन बाजार में उपलब्ध प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने के बाद अक्सर लोगों को केवल निराशा ही हाथ लगती हैं क्यूंकि दावा करने वाले प्रोडक्ट्स से लोगों कि त्वचा में किसी तरह का अंतर तो नजर नहीं आता है इसके विपरीत त्वचा को कई तरह के साइडइफेक्टस का सामना करना पड़ता है।
त्वचा को सुन्दर, कोमल चमकदार बनाने के लिए आप टैपिओका का उपयोग कर सकते हैं क्यूंकि टैपिओका में कुछ ऐसे बेहतरीन मिनल्स, विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा को मुलायम व खूबसूरत बनाते हैं।
10. पाचन तंत्र के लिए हैं फायदेमंद
पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए टैपिओका का उपयोग करना फायदेमंद होता है क्यूंकि इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है।
टैपिओका के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Tapioca in Hindi
1. टैपिओका में विटामिन ए पाया जाता है जो आँखों की रोशनी बढ़ाने में फायदेमंद होता है।
2. कैल्शियम की कमी को दूर करने में टैपिओका का सेवन करना फायदेमंद होता है।
3. टैपिओका में सोडियम की मात्रा कम पाई जाती है जो ह्रदय रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अतरिक्त टैपिओका में पोटैशियम पाया जाता है जो हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।
4. जिन लोगों को दस्त लगने की शिकायत रहती है उन लोगों को टैपिओका का सेवन करना फायदेमंद होता है।
5. टैपिओका में कैलोरी अधिक पाई जाती है जो थकान, कमजोरी को दूर करने में मदद करती है।
टैपिओका का उपयोग | Uses of Tapioca in Hindi
टैपिओका का उपयोग भारत के कुछ ही राज्यों में अत्यधिक प्रचलित है जबकि अन्य राज्यों में टैपिओका के विषय में लोगों को जानकारी नहीं है। जैसे की भारत के उत्तरी भागों में टैपिओका के बारे में बेहद ही कम लोग जानते हैं इसलिए कई लोग इसका उपयोग करने से वांछित रह जाते हैं। तो चलिए अब हम आपको टैपिओका के विभिन्न उपयोगों की जानकरी देते हैं जिसे जानने के पश्चात आप निश्चित ही टैपिओका का उपयोग आसानी से कर सकते हैं।
1. टैपिओका की जड़ का उपयोग आप सब्जी बनाकर कर सकते हैं।
2. टैपिओका का उपयोग केक बनाकर किया जा सकता है।
3. टैपिओका का इस्तेमाल हलवा और खिचड़ी के रूप कर सकते हैं।
4. स्नैक फूड में टैपिओका का उपयोग किया जा सकता है।
5. सॉस, सूप बनाकर इसका इस्तमाल कर सकते हैं।
6. टैपिओका का अधिकतर उपयोग पुडिंग, कैंडीज और बोबा चाय में किया जाता है।
7. मीठा खाने के शौकीन लोगों के लिए टैपिओका बेहतरीन विकल्प है क्यूंकि आप टैपिओका को उबालकर इसकी मिठाई बनाकर इसका उपयोग कर सकते हैं।
8. टैपिओका से बने साबूदाने का उपयोग सबसे ज्यादा खिचड़ी व खीर के रूप में किया जाता हैं।
टैपिओका से होने वाले नुकसान | Side Effects of Tapioca in Hindi
टैपिओका के बारे में बेहद कम लोग ही जानते हैं इसलिए लोग इसका इस्तेमाल अत्यधिक मात्रा में कर लेते हैं जिसकी वजह से टैपिओका शरीर को कई तरह के नुकसान पहुँचाता है। तो आइये जानते हैं टैपिओका के उपयोग से कौन कौन से शारीरक नुकसान हो सकते हैं।
1. टैपिओका का सेवन कब्ज वाले लोगों के लिए नुकसादायक होता है क्यूंकि ये कब्ज को बढ़ाने में सहायक होता है इसलिए कब्ज के रोगियों को टैपिओका का उपयोग सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
2. गर्भवती महिलाओं को टैपिओका का सेवन नहीं करना चाहिए।
3. टैपिओका का इस्तेमाल कच्चा नहीं करना चाहिए क्यूंकि कच्चे टैपिओका में कई हानिकारक रसायन तत्व होते हैं जो स्वास्थ को नुकसान पहुंचाते हैं।
4. किसी भी तरह की दवाइयों के साथ इसका उपयोग नुकसानदायक होता है।
5. मोटपा से पीड़ित व्यक्तियों को टैपिओका का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए क्यूंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी मुख्य रूप से पाई जाती है जो वजन बढ़ाने में मदद करती है।
तो दोस्तों ये थी टैपिओका (Tapioca in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप टैपिओका के समस्त फायदे और नुकसानों से परिचित हो गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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