आज शोहरत के शिखर पर बैठे इस शख्स का बचपन कभी टपकती टीन की छत के नीचे भी गुजरा था। 5 फरवरी 1985 को क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जन्म पुर्तगाल के शहर अंचल में हुआ. रोनाल्डो के परिवार में उनके अलावा माता-पिता, दो भाई और एक बहन थी।
रोनाल्डो के पिता पुर्तगाल के नगर निगम में माली का काम करते थे और पौधों की कटाई छटाई करते थे।अपनी छोटी उम्र से ही क्रिस्टीयानो आना रोनाल्डो ने फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया था। फुटबॉल के प्रति उनके आकर्षण को देखते हुए महज 8 साल की उम्र में भी उन्हें एंडोरीना स्पोर्ट्स क्लब मे चुन लिया गया और 2 साल के बाद क्रिस्टियानो रोनाल्डो को फुटबॉल से इतना प्यार हो गया की पुर्तगाल की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स क्लब का उन्हें मेंबर बनाया गया।
रोनाल्डो के अलावा उनकी बड़े भाई और दो बहने भी हैं जिनमें भाई का नाम ह्यूगो और बहन का नाम एल्मा और कटिया आवेरो है उनका पूरा परिवार एक बेहद छोटे से मकान में रहता था रोनाल्डो ने अपनी छोटी उम्र से फुटबॉल खेलना स्टार्ट कर दिया था और उनके खेल को देखते हुए सिर्फ 8 साल की उम्र में उन्हें एंडोरिमा स्पोर्ट्स क्लब में शामिल कर लिया गया था बचपन मे रोनाल्डो की माँ उन्हें क्राय बेबी कहकर बुलाती थी।
क्योंकि जब भी वह मैच में अच्छा स्कोर नहीं कर पाते थे फील्ड में ही रोने लगते थे और आज भी उनकी मां और दोस्त मजाक में उन्हें इसी नाम से बुलाते हैं 10 साल की उम्र में रोनाल्डो को शहर के सबसे बड़े क्लब Nacional फुटबॉल क्लब में शामिल कर लिया गया उस क्लब के लिए उन्होंने 2 साल तक खेला और फिर वह 1997 में 12 साल की उम्र में पुर्तगाल के स्पोर्टिंग क्लब में ट्रायल के लिए गए।
जहाँ उनके खेल को देखते हुए क्लब ने 1500 पाउंड मैं साइन कर लिया यह क्लब पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन मैं था और इसी वजह से रोनाल्डो को अपना पूरा परिवार छोड़कर लिस्बन जाना पड़ा इस बात से बहुत दुखी थे लेकिन उन्होंने अपने आप को संभाला और वहां पर भी जी जान लगाकर प्रैक्टिस की और अपनी जादुई खेल से सबको प्रभावित कर दिया लेकिन उसी बीच 15 साल की उम्र में पता चला कि उन्हें हार्ट प्रॉब्लम है।
और डॉक्टर ने उन्हें फुटबॉल खेलने दौड़ना से मना कर दिया उस समय उनके पास दो रास्ते थे या तो वह फुटबॉल छोड़ दें या फिर एक बेहद ही रिस्की की सर्जरी करवा ले रोनाल्डो के लिए फुटबॉल छोड़ना इतना आसान नहीं था इसीलिए उन्होंने सर्जरी का फैसला लिया और सौभाग्य से सफल रहा कुछ दिनों बाद वह मैदान में वापस लौट आए और एक नए जुनून के साथ अपने पैशन को अंजाम देने में लग गए।
लेकिन उसी बीच फिर से उनके जीवन में एक बहुत ही दुखद मोड़ आया जब शराब पीने की वजह से 52 साल की उम्र में उनके पिता की मृत्यु हो गई इस घटना ने रोनाल्डो को दहला कर रख दिया क्योंकि रोनाल्डो की पिता उनके सबसे करीबी थे वह हर एक बात को शेयर करते थे।
इस घटना की वजह से रोनाल्डो ने आज तक कभी भी शराब को हाथ नहीं लगाया रोनाल्डो के पिता की मृत्यु के बाद घर की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब हो गई और उनकी मां को दूसरों के घरों में खाना बनाकर अपने परिवार को चलाना पड़ा रोनाल्डो ने इन सभी प्रॉब्लम्स को इग्नोर करते हुए अपने प्रेक्टिस पर ध्यान दिया और एक अच्छे खिलाड़ी बनकर उभरे उन्होंने अपना पहला मैच पुर्तगाल के लिस्बन क्लब के लिए 17 साल की उम्र में खेला ।
ये मैच पुर्तगाल लिस्बन क्लब और मैनचेस्टर यूनाइटेड क्लब के बीच खेला गया था इस मैच में एलेक्स फर्गुसन ने रोनाल्डो को देखा और तुरंत मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए साइन कर लिया क्लब ने इस चमत्कारी खिलाड़ी को हासिल करने के लिए 17 मिलियन डॉलर चुकाए थे जो अंग्रेजी फुटबॉल के इतिहास में किसी भी युवा खिलाड़ी को चुकाया गया सबसे ज्यादा राशि था मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए रोनाल्डो ने अगस्त 2003 से मई 2009 तक खेला जिसमें उन्होंने 196 मैच में कुल 84 गोल किए उसके बाद 2009 में रियल मैड्रिड फुटबॉल क्लब ने 132 मिलियन डॉलर चुकाते हुए उन्हें अपनी टीम में ले लिया था
रियल मेड्रिड का कॉन्ट्रैक्ट 2018 तक था 10 जुलाई 2018 को क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने जुवेंटस के साथ $ 100 मिलियन से अधिक में डील साइन कर दिया और इस डील के साथ वह दुनिया के सबसे महंगे फुटबॉलर बन गए ।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो फुटबॉल की कमाई से अपनी तिजोरी भर रहे हैं या फिर सिर्फ बैंक बैलेंस बढ़ा रहे हैं बहुत सारे सामाजिक क्षेत्रों में भी अपनी कमाई को खर्च करते हैं एक बार तो उन्होंने 10 महीने के बच्चे के इलाज के लिए ₹ 51 लाख की सहायता की थी रोनाल्डो हर साल 2 बार रक्तदान करते हैं ।
उन्होंने अपने शरीर पर कहीं भी टैटू नहीं करवाया है फुटबॉल के अलावा भी वह एक बेहतरीन बास्केटबॉल खिलाड़ी भी है ऐसो आराम में रहने वाले रोनाल्डो एक समय टीन की छत वाले मकान में रहते थे जहां उनके पिता अपने परिवार का खर्च भी बहुत मुश्किल से चलाते थे 15 साल की उम्र में दिल प्रॉब्लम का भी सामना किया कुछ सालों के बाद ज्यादा शराब पीने की वजह से उनके पिता की मृत्यु हो गई और घर की आर्थिक स्थिति और भी खराब हो इन इन कठिन समय में भी रोनाल्डो ने कभी भी हार नहीं मानी आज दूनिया में फुटबॉल के सबसे चहेते स्टार खिलाड़ी बनकर उबरे है ।
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